Motivational Hindi poem
डरता क्यू हैं तू,
जरा आगे तो बढ,
दिखी है अभी एक ही सिढी,
जरा उसपर चढके तो देख।
तुझे पिछे खिचने वाले बहोत हैं,
उनको जरा खुदसे दुर करके तो देख।
असंभव कुछ भी नहीं है,
तू बस थोड़ी,
कोशिश तो करके देख।
अपने माँ बाप को खुशी देने के लिए
जरा तु भी थोडी तकलीफ सहके तो देख।
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